आखिर सरकार को सत्याग्रह संकल्प से परहेज क्यों : शैलेंद्र मिश्र
प्रदेश में भ्रष्टाचार का बोलबाला जीरो टॉलरेंस का मुंह काला : वीरेंद्र कुमार वर्मा
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग गोरखपुर मुख्य अभियंता कार्यालय के समक्ष सीएजी रिपोर्ट आधारित भ्रष्टाचार पर वर्ष 2021 से प्रचलित सत्याग्रह संकल्प के आज 1221 वें दिन सत्याग्रह पर बैठे सत्याग्रहियों ने कहा कि शासकीय प्रशासकीय तंत्र की उदासीनता से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि शासक प्रशासक का भ्रष्टाचार पर बेजोड़ गठबंधन है, भ्रष्टाचारियों की एकता पर यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा कि राजनीतिज्ञों का नारा ” बटेंगे तो कटेंगे” संगठित भ्रष्टाचारियों पर चरितार्थ हो रहा है।
शायद यही कारण है कि शासकीय तंत्र के संरक्षण में अभियंताओं द्वारा भ्रष्टाचार की नंगी नाच को बेख़ौफ अंजाम दिया जा रहा है और शासकीय तंत्र मूकदर्शक बना हुआ है।
सत्याग्रह पर बैठे तीसरी आंख मानव अधिकार संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार मिश्र ने कहा कि यह समझ से परे है कि नीति निर्देशों के अनुरूप प्रधान व मुख्य लेखा परीक्षक के वार्षिक लेखा परीक्षण रिपोर्ट में कारित अपराध के भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध सरकार विधिक कार्रवाई करने से परहेज क्यों ? यह अनुत्तरित सवाल बना हुआ है।
उपरोक्त के क्रम में सत्याग्रह पर बैठे संगठन के वरिष्ठ कार्यकर्ता वीरेंद्र कुमार वर्मा ने कहा कि व्यवस्था के पोषकों के कथनी करनी में काफी विरोधाभास है। आज के सत्ताधारियों की व्यवस्था मेंभ्रष्टाचार का बोलबाला है और जीरो टॉलरेंस का मुंह काला है।
वहीं कुशीनगर जिला अध्यक्ष पवन कुमार गुप्ता व सक्रिय कार्यकर्ता चंद्रप्रकाश मणि ने संयुक्त रूप से कहा कि सरकार मूल तथ्यों से भ्रमित करने में महारथ हासिल कर ली है और सत्तासीन मदारियों ने आम नागरिकों को मूलभूत आवश्यकताओं से गुमराह कर भ्रष्टाचारियों के कोप भाजन का शिकार बनाने में मशगूल है और आम नागरिक भ्रष्टाचार और महंगाई की डायन का ग्रास बनी हुई है। इस दमनकारी नीति से उबरने के लिए जन क्रांति की आवश्यकता है, वह दिन दूर नहीं है जब जनसैलाब सड़कों पर उतरकर सत्ताधारियों को सबक सिखाएगी।
सत्याग्रह स्थल पर बैठे संगठन के प्रदेश संयोजक ध्रुव नारायण सिंह ने सरकार की वर्तमान कार्यशैली पर तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सत्तासीन मगरुरो को संगठित भ्रष्टाचार से परहेज करना चाहिए अन्यथा उन्हें अपने अंत के आरम्भ से भयभीत होना चाहिए, वो दिन दूर नही है की जब इनको अपनी जनविरोधी कार्यो का परिणाम भुगतना होगा।
सत्याग्रह स्थल पर संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तबस्सुम सहित रामचंद्र दुबे, शमशेर जमा खान, अजय जायसवाल, राजेश्वर पांडे, सतीश कुशवाहा, वीरेंद्र राय, राज मंगल गौंड़, संतोष गुप्ता व अन्य लोग उपस्थित थे।
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