सायबर अपराध से बचाव आपकी जागरूकता पर निर्भर है : संदीप पति त्रिपाठी
"साइबर सुरक्षा एवं जागरूकता" विषयक कार्यशाला आयोजित
गोरखपुर । इनर व्हील क्लब द्वारा गंगोत्री देवी महिला महाविद्यालय व स्कूल ऑफ नर्सिंग गंगोत्री देवी के संयुक्त तत्वावधान मे “साइबर सुरक्षा व जागरूकता” विषयक कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता डीम्ड यूनिवर्सिटी नायलेट के संदीप पति त्रिपाठी, संजय सिंह, मुख्य अतिथि क्लब की अध्यक्ष कविता त्रिपाठी, विशिष्ट अतिथि मधु जैन, ऋचा त्रिपाठी सरोज अग्रवाल व अध्यक्षता सचिव रीना त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रिया पांडेय ने किया।अतिथियों का स्वागत तथा आभार ज्ञापित करने का कार्य महाविद्यालय के व्यवस्थापक आशुतोष मिश्र ने किया। इस अवसर पर प्रतियोगिता में विशेष योगदान देने वाली छात्राओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया
साइबर विशेषज्ञ संदीप पति त्रिपाठी ने छात्राओं को जागरुक करते हुए कहा वास्तविक दुनिया के खतरे दिखाई पड़ते हैं किन्तु आभासी दुनिया के नहीं। वास्तविक दुनिया में उत्पन्न खतरों से पुलिस आपकी सुरक्षा कर सकती है लेकिन साइबर की दुनिया में हो रहे साइबर अपराध से बचाव आपकी जागरूकता पर निर्भर है। साइबर अपराधी अपनी पहचान छुपाकर सोशल मीडिया, ईमेल, चैटरूम, इंस्टैंट मेसेजिंग, गेमिंग प्लेटफार्म का उपयोग कर शिकार बनाते हैं। ऐसे कार्य करने के लिये प्रेरित करते हैं जिससे आपको आसानी से ब्लैकमेल किया जा सके। साइबर अपराध से बचने के लिये अनजान से संपर्क न करें। यदि वह जाना पहचाना भी हो तो उसके पहचान की पड़ताल करें। अनजान फोन, वीडियो कॉल, ईमेल, लिंक, एसएमएस को ओपन न करें। व्यक्तिगत जानकारियों को शेयर न करें।
क्लब की अध्यक्ष कविता त्रिपाठी ने छात्राओं को सतर्क करते हुए कहा कि हमारी छोटी सी चूक भी हमारे लिये मुसीबत का कारण बन सकती है। अपने बारे में कितनी इंफार्मेशन कब, कैसे और कहाँ शेयर करनी है। शेयर करना भी है या नहीं। इन सबका ख्याल रखते हुए सतर्कता एवं जिम्मेदारी के साथ साइबर स्पेस का उपयोग करें। इस अपराध को अंजाम देने वाला आपका परिचित, रिश्तेदार, मित्र या कोई अनजान व्यक्ति भी हो सकता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए क्लब की सचिव रीना त्रिपाठी ने कहा कि सोशल मीडिया के इस दौर में आए दिन लोग ठगी के शिकार हो रहे हैं। चाहे वह आर्थिक ठगी हो या चारित्रिक ठगी।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर कई प्रकार से वॉइस कॉल वीडियो कॉल नए-नए नंबरों से आ रहे हैं। इनको आप कदापि रिसीव न करें। नहीं तो आप ठगी के शिकार हो सकते हैं। यदि आपसे कोई ठगी करता है तो साइबर क्राइम टोल फ्री नंबर पर इसकी सूचना अवश्य दें।
महाविद्यालय के व्यवस्थापक आशुतोष मिश्र ने कहा कि वर्तमान में साइबर सुरक्षा हमारी आवश्यकता है। वित्तीय प्रभावों के अलावा, साइबर हमलों का राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी गंभीर परिणाम हो सकता है। महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे, जैसे पावर ग्रिड और परिवहन प्रणालियाँ, साइबर खतरों के प्रति संवेदनशील हैं। इन प्रणालियों पर सफल हमलों से व्यापक व्यवधान हो सकता है, जिससे नागरिकों की सुरक्षा और भलाई से समझौता हो सकता है।
कार्यक्रम में अरमान खान, लोरीटा याकूब, संचिता सेन गुप्ता, डॉ संगीता पांडेय, डॉ प्रियंका त्रिपाठी, प्रकाश सिंह चौधरी, दीपिका, डॉ कुमुद त्रिपाठी, डॉ प्रत्या उपाध्याय, डॉ. सुषमा मिश्रा, डॉ. सीमा श्रीवास्तव, प्रिया श्रीवास्तव, एमएल यादव, नित्यानंद तिवारी, अशोक सिंह, सावित्री, अर्जुन, श्रीमती संगीता मिश्रा, देवेंद्र चौधरी,सरोज मिश्रा, अनिल पांडेय, इंदिरा, राज लक्ष्मी, समेत समस्त शिक्षकगण, कर्मचारी गण व छात्राएं उपस्थित रहीं।
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