सिख समाज ने धार्मिक आस्था का सम्मान करने की मांग को लेकर एसएसपी को ज्ञापन सौंपा

सिख समाज एसएसपी को ज्ञापन देने जाता हुआ

प्रशासन द्वारा कृपाण पहनने पर रोक से सिख समाज आहत : सरदार जसपाल सिंह

गोरखपुर। गोरखपुर विश्वविद्यालय में बीकॉम तृतीय वर्ष के छात्र और रोवर रेंजर के सक्रिय सदस्य सरदार रणवीर सिंह को हाल ही में दीक्षांत समारोह में भाग लेने से रोका गया, जिससे सिख समाज में आक्रोश व्याप्त हो गया है। रणवीर सिंह, जो एक अमृतधारी सिख हैं, को कृपाण धारण करने के कारण गोरखपुर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के दृष्टिगत समारोह में जाने से मना कर दिया। पुलिस अधिकारियों द्वारा उन्हें कहा गया कि वह कृपाण उतारकर ही समारोह में भाग ले सकते हैं, अन्यथा उन्हें बाहर से ही ड्यूटी करनी होगी।
यह घटना सिख समाज की धार्मिक आस्था को गहरा आघात पहुंचाने वाली है। जटाशंकर गुरुद्वारे के अध्यक्ष सरदार जसपाल सिंह ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

सिख समाज के लोगों का एसएसपी कार्यालय पर एकत्रित होने का दृश्य

उन्होंने कहा कि यह समस्या केवल एक बेटे की नहीं, बल्कि पूरे सिख समाज की है। सिख धर्म में कृपाण धारण करना अनिवार्य है और इसे शरीर से अलग करना असंभव है। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार, सिखों की पगड़ी और कृपाण का सम्मान किया जाना चाहिए। ऐसे में गोरखपुर पुलिस प्रशासन द्वारा इस आदेश की अवहेलना करना निंदनीय है।

सिख समाज एसएसपी को ज्ञापन देने जाता हुआ

गुरुद्वारे की अध्यक्ष जसपाल सिंह ने कहा कि आज पूरे सिख समाज ने एसएसपी गोरखपुर से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा है। एसएसपी ने आश्वासन दिया है कि सिख समाज के बच्चे के साथ जिस तरीके की घटना घटित हुई है वह आगे से नहीं घटेगी एसएसपी ने माना की सिख समाज की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंची है और आगे से इसको दोहराया नहीं जाएगा।
मंजीत सिंह ने कहा कि उनका सिख समाज हमेशा से सरकार और प्रशासन के नियमों का पालन करता आया है, एक पुलिस अधिकारी के द्वारा भारतीय संविधान का उल्लंघन करते हुए सिख को कृपाण उतारने के लिए कहना गलत है इससे पूरा सिख समुदाय के लोगों की भावनाएं आहत हुई है हम आशा करते हैं कि भविष्य में सिख समाज की धार्मिक आस्थाओं का सम्मान किया जाएगा। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से अनुरोध किया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं ताकि सिख समाज की धार्मिक भावनाओं को ठेस न पहुंचे।
विजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि संविधान के हिसाब से हमारा देश चलता है और इस संविधान में यह कहा गया है कि सभी धर्म संप्रदाय के लोग अपने धर्म के अनुसार ही जीवन यापन करेंगे तो अगर सिख समाज भी अपने धर्म के हिसाब से चलता है और कृपाण धारण करता है तो इसमें गलत क्या है जो घटना घट चुकी है वह निंदनीय है और आगे से ऐसी घटना ना घटे इस पर विचार करने की जरूरत है।
इस अवसर पर जसपाल सिंह अध्यक्ष गुरु सिंह सभा जटाशंकर, मजीत सिंह सॉल्टी, अशोक महलोत्रा, हरप्रीत सिंह पप्पी, राजेंद्र सिंह,चरनजीत सिंह, हरजीत सिंह, तेजपाल सिंह, एडवोकेट दलजीत सिंह, एडवोकेट राजन सिंह, जगजीत सिंह, भूपिंदर सिंह, जसप्रीत सिंह, दिलजीत कौर, रूपरानी कौर, मंजीत कौर सहित बड़ी संख्या में सिख पंजाबी समाज के लोग उपस्थित रहे।

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