चैंबर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष ने कोलकाता घटना की निन्दा की
फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चला कर आरोपियों को मौत की दी जाय सजा : संजय सिंघानिया
गोरखपुर। कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में परास्नातक की पढाई कर रही महिला डॉक्टर के साथ वीभत्स ढंग से रेप व हत्या जैसी आपराधिक घटना की जितनी निंदा किया जाए कम है। वह मौत मात्र एक डॉक्टर की नहीं बल्कि एक माता-पिता के बुढ़ापे की लाठी के सहारे की है। उन हजारों मरीजों की भावनाओं की मौत है, जिन्हें वह डॉक्टर अपने पूरे जीवन काल में इलाज करके ठीक करती। ऐसे कातिलों को यथाशीघ्र सलाखों के पीछे भेजते हुए फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर 3 माह के भीतर उन्हें मौत की सजा दिलाने हेतु तत्परता से कार्यवाही किया जाए व पीड़ित परिवार को बुढ़ापे से रक्षा हेतु 5 करोड़ का मुआवजा दिए जाने की मांग करते हैं।
उक्त बातें चैंबर ऑफ़ कॉमर्स के अध्यक्ष संजय सिंघानिया ने संगठन की बैठक में कहीं। उन्होंने कहा की ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई बर्बरता की कहानी बता रही है कि घटना को एक संगठित गिरोह ने अंजाम दिया है।ऐसे संगठित गिरोह को किसी भी हाल में बक्शा नहीं जाना चाहिए।
श्री सिंघानिया ने केंद्र सरकार से मांग किया कि सीबीआई को इस बात का भी निर्देश दिया जाना चाहिए की जिस मेडिकल कॉलेज में ऐसी विभत्स घटना घटी है उक्त कॉलेज के लोगों की संलिप्तता की भी गोपनीय जांच करते हुए धरना पर बैठे डॉक्टर पर हजारों की संख्या में किन आतंकियों ने हमला किया इसके लिए उच्च स्तरीय जांच करके उन सब पर न्यायिक दंडात्मक कार्यवाही किया जाए।
बैठक में प्रकाश नारायण पांडे, रमेश कसौधन, विजय सिंघानिया, राहुल देव मिश्र, आंनद गुप्ता, राजु गुप्ता, मनोज त्रिपाठी, राजेंद्र अग्रवाल, पवन सिंघानिया, आलोक कसौधन, सुरेश जायसवाल, अनील श्रीवास्तव, केदार गुप्ता सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।
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