राजल के जज़्बे से गुजरात के मुख्यमंत्री प्रभावित, राजल नीति को दी शुभकामनाएं
गोरखपुर। युवा लेखक राजल की पुस्तक राजल नीति टाइम मैनेजमेंट के गुजराती संस्करण को गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पत्र के माध्यम से शुभकामनाएं दी हैं। पत्र मे उन्होंने राजल को पुस्तक के लिए बधाई दी और पुस्तक की सफलता के लिए कामना की है।राजल नीति पुस्तकें वर्तमान में 7 भाषा हिंदी, अंग्रेजी, बांग्ला, मराठी, गुजरती, ओड़िया और पंजाबी भाषा में उपलब्ध है।
टाइम मैनेजमेंट पर राजल सबसे ज्यादा अनुवाद किये जाने वाले भारतीय लेखक हैं। उन्होंने अब तक 6 पुस्तकें लिखी हैं, जिनमे राजल नीति टाइम मैनेजमेंट, राजल नीति स्ट्रेस मैनेजमेंट, राजल नीति लोकव्यवहार प्रमुख हैं।इस अवसर पर राजल ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के प्रति आभार व्यक्ति किया और बताया की वो आज जो कुछ भी हैं अपने स्वर्गीय दादा राधेश्याम गुप्त की वजह से हैं और उनकी यह सफलता उन्हें ही समर्पित है।
उन्होंने बताया कि दादा जी के द्वारा बार बार हौंसला देते रहने की वजह से ही कक्षा 6 में फेल होने और पढ़ाई छोड़ने का मन बनाने के बावजूद राजल ने 9 डिग्री/सर्टिफिकेट की यात्रा तय कर पाए, जिसमे एलएलबी, जर्नालिज्म, पीजीडीबीए और बी लेवल जैसी 4 प्रोफेशनल डिग्रियां भी शामिल हैं।
साथ ही साथ उन्होंने डायमंड बुक्स के निदेशक नरेन्द्र वर्मा के मार्गदर्शन के लिए भी उनका आभार व्यक्त किया। बता दें कि राजल नीति पुस्तकों का विमोचन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल राम नाइक और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला भी कर चुके हैं।




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