गोरखपुर, बड़हलगंज। भारतीय संस्कृति और सनातन सभ्यता की पताका समूचे विश्व में फहराने वाले महान दार्शनिक, सन्त और समाजसुधारक स्वामी विवेकानन्द की 163वीं जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मना कर उन्हें याद नमन किया गया।
रविवार को नगर पंचायत बड़हलगंज के विश्वनाथ उमर सभागार में आयोजित राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर मौजूद लोगों ने स्वामी विवेकानंद के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाल कर उन्हें नमन किया।कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुये चेयरमैन प्रतिनिधि महेश उमर व बीजेपी के जिलामंत्री स्वतंत्र सिंह ने कहा कि स्वामी विवेकानंद एक महान सुधारक थे। वे अपने प्रेरक व्यक्तित्व के लिए सबसे ज्यादा जाने जाते हैं।
उन्हें अपनी संस्कृति और मातृभाषा का बहुत सम्मान था। उन्होंने शिक्षा प्रणाली और हिंदू धर्म को प्रबुद्ध किया।इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुये मण्डल अध्यक्ष दुर्गेश मिश्र एवं जनसेवा संस्था के महामंत्री सन्तोष जायसवाल ने कहा कि स्वामी जी का मूल नाम नरेंद्रनाथ दत्त था सन्यास के बाद उन्हें स्वामी विवेकानंद नाम मिला। 1893 के विश्व धर्म संसद में दिये गये उनके उत्कृष्ट भाषण से वे पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हो गये। जिसमें उन्होंने दुनिया को हिंदू धर्म से परिचित कराया और हिंदू धर्म के महत्व के बारे में बात की।इस अवसर पर व्यापार मंडल अध्यक्ष श्रीकांत सोनी, डॉ रजनीश चौरसिया, नगरपंचायत के सभासद गण अमूल्य चन्द चतुर्वेदी, राजीव मिश्र, रामदास, दीपक दीपक शर्मा, सूरज सोनकर, जीतेन्द्र पासवान, राकेश राय, रवि साहनी, संजय सोनकर, नियाज़ कुरैशी, सुदीप वर्मा, ऋषि चन्द, गेसू पटवा, अनूप जायसवाल, अरविन्द सिंह, सुनील कुमार, सोनू श्रीवास्तव, सुरेश उमर, राजेश पटेल, अमलेश कुमार आदि मौजूद रहे।

Post Comment