गोरखपुर युवा चेतना समिति का 24वां स्वर्ण पदक सम्मान समारोह भव्यता के साथ संपन्न
गोरखपुर। युवा चेतना ट्रस्ट द्वारा संचालित युवा चेतना समिति का 24वां स्वर्ण पदक सम्मान समारोह दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के संवाद भवन सभागार में भव्यता के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल, कुलपति प्रो. पूनम टंडन, डॉ. विमल कुमार मोदी, डॉ. निखिल कांत शुक्ला, समिति अध्यक्ष मान्धाता सिंह, डॉ. अनिल कुमार श्रीवास्तव और डॉ. आलोक कुमार सिंह ने दीप प्रज्वलन कर किया।समारोह में मुख्य अतिथि डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल का स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्र के साथ सम्मान आर.एन. सिंह (अध्यक्ष, चेंबर ऑफ इंडस्ट्रीज) और डॉ. पी.पी. गुप्ता ने किया।
कुलपति प्रो. पूनम टंडन का सम्मान डॉ. प्रतिभा गुप्ता, प्रो. विनीता पाठक और प्रो. अनुभूति दुबे ने किया। समिति अध्यक्ष मान्धाता सिंह ने संस्था की उपलब्धियों और गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया।इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया गया।
कर्मवीर सम्मान श्री गिरीश चंद्र (संस्थापक, सेंटपाल स्कूल) को, श्रमवीर सम्मान एहसान करीम को और डॉ. विट्ठल दास मोदी सम्मान डॉ. आर.पी. त्रिपाठी को दिया गया। अरोड़ा स्मृति सम्मान डॉ. किरण श्रीवास्तव और डॉ. रामरक्षा पांडे स्मृति सम्मान प्रो. के.सी. लाल (भूतपूर्व अध्यक्ष, हिंदी विभाग) को प्रदान किया गया। साहित्य शिखर सम्मान वरिष्ठ साहित्यकार श्री रणविजय सिंह और संगीत शिखर सम्मान बांसुरी वादक श्री रानू जॉनसन को मिला। विधि व्यवसाय शिखर सम्मान श्री ओम प्रकाश गुप्ता (वरिष्ठ अधिवक्ता) और नाट्य कला शिखर सम्मान श्री अशोक महर्षि को प्रदान किया गया।
पत्रकारिता शिखर सम्मान श्री महेश अश्क को, पर्यावरण और फोटोग्राफी के क्षेत्र में श्री अनुपम अग्रवाल को, और विशिष्ट युवा समाजसेवी सम्मान श्री माही यादव (बस्ती) व श्री बृजेश कुमार शुक्ला (देवरिया) को दिया गया।खेल क्षेत्र में भी खिलाड़ियों और प्रमोटरों को सम्मानित किया गया। पूर्वांचल खेल भूषण सम्मान अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों प्रियंका गोस्वामी, अजय कुमार सरोज, आदित्य सिंह, वैष्णवी सिंह, मनी चौधरी, ज्ञान गौरव प्रकाश, शिवम यादव, रमन सिंह और सनी सिंह को दिया गया। राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को पूर्वांचल खेल निधि सम्मान से नवाजा गया, जिसमें जूली (खो-खो), रिया त्रिपाठी और मालविका द्विवेदी (वॉलीबॉल) शामिल हैं।
विशेष खिलाड़ियों को पूर्वांचल खेल श्री सम्मान विराट चौहान (स्विमिंग), स्वास्तिक सिंह (टेनिस), विशाल कुमार (खो-खो), हुसैन अंसारी (बैडमिंटन), और प्रतीक राज चौधरी (क्रिकेट) को दिया गया।मुख्य अतिथि डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह आयोजन न केवल पूर्वांचल बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणास्रोत है। उन्होंने कहा, “आज का यह सम्मान समारोह केवल पुरस्कार वितरण का मंच नहीं है, बल्कि यह उन लोगों को प्रोत्साहित करने का प्रयास है, जिन्होंने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी उत्कृष्टता का परिचय दिया है। शिक्षा, स्वास्थ्य, साहित्य, उद्योग और खेल जैसे विविध क्षेत्रों में योगदान देने वालों को सम्मानित करना इस संस्था की महानता को दर्शाता है। यह सम्मान किसी भी पद्म पुरस्कार से कम नहीं है।” उन्होंने आगे कहा कि खेल और समाज के उत्थान के लिए इस प्रकार के आयोजनों की आवश्यकता है। “
खिलाड़ियों और खेल प्रमोटरों को प्रोत्साहन देने वाला यह समारोह पूर्वांचल में खेल संस्कृति को और समृद्ध करेगा। समिति इन सम्मानित लोगों के साथ समन्वय कर समाज को और सुदृढ़ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।”कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने अपने संबोधन में इस आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम समाज के हर वर्ग को एक साथ जोड़ने और नई दिशा देने का एक सशक्त प्रयास है। ऐसे आयोजनों से न केवल सम्मानित व्यक्तियों को प्रेरणा मिलती है, बल्कि समाज में सकारात्मकता और सहयोग की भावना भी विकसित होती है।
यह समारोह शिक्षा, खेल और समाजसेवा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने का कार्य करेगा। मैं आयोजकों और युवा चेतना समिति को इस उत्कृष्ट आयोजन के लिए बधाई देती हूं। यह कार्यक्रम पूर्वांचल में खेल संस्कृति और सामाजिक समृद्धि को बढ़ावा देने का एक मील का पत्थर साबित होगा।”कार्यक्रम को सफल बनाने में आशुतोष मिश्रा, डॉ. एस.पी. सिंह, प्रेमदत्त कालिया, पी.सी. सैम कुट्टी, एस.के. अग्रवाल, श्री नारायण पांडे, राजीव कुमार झा, सुधांशु चंद्रा, संजय पांडे, डॉ. हर्ष कुमार सिंह, सुभाष दुबे, राकेश श्रीवास्तव, नितिन जायसवाल, डॉ. मिथिलेश तिवारी, डॉ. विजय लक्ष्मी मिश्रा, चंद्र विजय सिंह, अचिंत्य लाहिरी, मनोज कुमार सिंह, विजय आनंद कक्कू, डॉ. एस.पी. त्रिपाठी, प्रशांत त्रिपाठी, डॉ. शरद श्रीवास्तव और राधेश्याम का विशेष योगदान रहा।कार्यक्रम का संचालन प्रकृति त्रिपाठी ने किया और संयोजक डॉ. विमल कुमार मोदी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ। यह आयोजन पूर्वांचल की सामाजिक और सांस्कृतिक समृद्धि को एक नई दिशा देने वाला साबित हुआ।




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