बलिदानी दिवस पर स्वतंत्रता आंदोलन के महानायक त्रिदेव पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफ़ाकउल्ला खान और ठाकुर रोशन सिंह को किया गया याद
पुष्पांजलि, स्वरांजलि एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम के तहत आयोजित की गई गोष्ठी
गोरखपुर,19 दिसंबर। देश को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त कराने के लिए चले संघर्ष के लंबे कालखंड में काकोरी ट्रेन एक्शन का अविस्मरणीय योगदान है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के इस अभूतपूर्व प्रतिकार ने बर्तानिया हुकूमत की चूलें हिला दी थीं। इस प्रतिकार के बाद तेज होती गई स्वतंत्रता आंदोलन की आंधी के चलते दो सौ साल तक देश पर शासन करने वाली अंग्रेज साम्राज्य को अगले बीस साल के अंदर भारत छोड़ देने को मजबूर होना पड़ा।
यह बातें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ गोरक्षप्रांत के प्रांत प्रचारक रमेशजी ने बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कही। वह मां भारती के अमर सपूत, काकोरी ट्रेन एक्शन के महानायक, स्वतंत्रता आंदोलन के बलिदानी त्रिदेव पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफ़ाकउल्ला खान और ठाकुर रोशन सिंह के बलिदान दिवस (19 दिसंबर 1927) के उपलक्ष्य में गोरखपुर जेल परिसर में विगत 15 वर्षों से आयोजित हो रहे परंपरागत पुष्पांजलि, स्वरांजलि एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
प्रांत संघ चालक डा महेंद्र अग्रवाल ने कहा कि कहा कि बिस्मिल, अशफाक, रोशन और अनेकानेक बलिदानियों की पुण्य स्मृति में यह आयोजन भी इतिहास के पन्नों में दर्ज होगा। उन्होंने आगे कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के सर्वस्व न्योछावर कर देने के कारण ही आज हम आजादी का आनंद उठा रहे हैं। यह देश इन बलिदानियों का अनंत काल तक ऋणी रहेगा। उनके स्मरण को संजोने के लिए अखिल भारतीय क्रांतिकारी सम्मान संघर्ष मोर्चा का यह प्रयास सबके लिए प्रेरणादायी है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बाबा राघव दास मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर गोपाल प्रसाद जायसवाल ने अमर बलिदानियों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि हमारा सर्वस्व देश के लिए हो, इसकी प्रेरणा हमें बिस्मिल, अशफाक, रोशन के जीवन से मिलती है। आज की पीढ़ी में देशप्रेम का भाव जगाने के लिए ऐसे आयोजन अपरिहार्य और महत्वपूर्ण हैं। कार्यक्रम के स्वागत अध्यक्ष युवा समाजसेवी और बिस्मिल बलिदानी मेला आयोजन 2024 के संरक्षक मनीष जैन ने कहा कि अमर बलिदानियों की याद में कुछ भी कर पाना सौभाग्य की बात है।
इस अवसर पर आयोजन की रूपरेखा और उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए अखिल भारतीय क्रांतिकारी सम्मान संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक बृजेश राम त्रिपाठी ने बताया कि पंडित राम प्रसाद बिस्मिल के बलिदान की साक्षी बनकर गोरखपुर की धरती धन्य हो गई। बिस्मिल, उनके साथियों और अन्यान्य बलिदानियों ने देश को आजाद कराने में जो योगदान दिया, उसके स्मरण में यह आयोजन रामकाज में गिलहरी के योगदान जैसा है। हमारा प्रयास है कि बिस्मिल बलिदानी मेला के माध्यम से हमारी वर्तमान और भावी पीढ़ीअमर बलिदानियों के महान योगदान को हमेशा दिलों में संजो कर रखे।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक डी.के. पांडेय, जेलर अरुण कुमार कुशवाहा एवं बृजेश राम त्रिपाठी ने पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफ़ाकउल्ला खान और ठाकुर रोशन सिंह के बलिदान दिवस के अवसर पर दिनभर चलने वाले बलिदानी मेला की शुरुआत गोरखपुर जेल के बिस्मिल कक्ष में सुबह 6:30 बजे सामूहिक शंखनाद से की। इसके बाद सुबह 9:00 बजे से पुष्पांजलि, स्वरांजलि और श्रद्धांजलि का कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसमें गोरखपुर महानगर समेत पूर्वांचल के आसपास क्षेत्र से लोग जेल परिसर पर पहुंचे और बलिदानियों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान की कहानी, देशप्रेम के वीर रस की कविता, उद्बोधन वक्तव्य के द्वारा भी भावांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से दिनेश चंद्र त्रिपाठी, राकेश श्रीवास्तव, हरिनारायण धर दुबे, विष्णु प्रताप सिंह, अखिलेश त्रिपाठी, राजेंद्र यादव, विष्णु ओम पांडेय, कनक हरि अग्रवाल, शिवांगी, संतोष पांडेय, शंकर शरण दूबे, सरिता सिंह, पार्षद अशोक मिश्रा, रमेश चंद्र त्रिपाठी, अभिषेक त्रिपाठी, पवन पंक्षी, बंटी, रमा पांडेय, हिमांशु सोनकर, अभिषेक जायसवाल, प्रियंका, मोनी सत्येंद्र राम त्रिपाठी, विपिन बिहारी, शंभू सिंह श्रीनेत आदि की भागीदारी एवं उपस्थिति रही। इस अवसर पर हजारों लोगों ने भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित किया।
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