दवाओं के फार्मूलेशन के क्षेत्र में आयातक की बजाय निर्यातक बना भारत : डॉ. जीएन सिंह
गोरखपुर। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के तृतीय स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित साप्ताहिक समारोह के तहत युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज एवं राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज स्मृति व्याख्यानमाला के पांचवें दिन मुख्य वक्ता भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सलाहकार डॉ. जीएन सिंह ने व्याख्यान दिया।
इस अवसर पर डॉ. जीएन सिंह ने कहा कि देश एक समय तक दवाओं के फार्मूलेशन के लिए विदेशों पर निर्भर था लेकिन हाल के वर्षों में फार्मूलेशन के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति के चलते अब देश आयातक की बजाय निर्यातक की भूमिका में आ रहा है। उन्होंने फार्मास्युटिकल के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश में हो रहे कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शी सोच से उत्तर प्रदेश आने वाले समय में फार्मा हब बनकर उभरेगा। अपने व्याख्यान में डॉ. सिंह ने फार्मास्युटिकल कंपनी रैनबैक्सी की उपलब्धियों की भी चर्चा की। बताया कि रैनबैक्सी के संस्थापक रणबीर सिंह और गुरबक्स सिंह ने 10 वर्षों के कठोर अनुसंधान के बाद भारत को विदेशी फार्मूलेशंस पर निर्भरता से मुक्त कराया। पहले जहां हमें अपनी आवश्यकताओं के लिए फार्मूलेशंस का आयात करना पड़ता था, वहीं रैनबैक्सी के अनुसंधान के कारण हम अपने फार्मूलेशंस को अमेरिका तक निर्यात कर रहे हैं।
डॉ. जीएन सिंह ने फार्मेसी के छात्रों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए प्रेरित किया और उन्हें फार्मास्युटिकल के क्षेत्र में नए मापदंड स्थापित करने के लिए उत्साहित किया। उन्होंने छात्रों को मेहनत और समर्पण के साथ अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर होने का संदेश दिया, जिससे भारत को फार्मेसी के क्षेत्र में विश्व स्तर पर और ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा सके। इस अवसर पर मुख्य वक्ता का स्वागत करते हुए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने भी वैश्विक स्तर पर भारत की फार्मा प्रगति पर प्रकाश डाला।
आभार ज्ञापन औषधि विज्ञान संकाय के प्रमुख डॉ. शशिकांत सिंह ने किया। इस अवसर पर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव, महंत दिग्विजयनाथ चिकित्सालय के निदेशक डॉ. राजेश बहल, आयुर्वेद कालेज के प्राचार्य डॉ. मंजूनाथ एनएस, कृषि विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता डॉ. विमल कुमार दुबे, डॉ. अभिषेक कुमार सिंह, प्रवीन कुमार सिंह, दिलीप मिश्रा, दीपक कुमार, जूही तिवारी, श्रेया मद्धेशिया, पीयूष आनंद समेत कई शिक्षक और समस्त विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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