शरीर से ही पता चल जाता है हर बीमारी का शुरुआती लक्षण : डॉ. संजय माहेश्वरी
गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में निशुल्क तीन दिवसीय वृहद लेजर सर्जरी कैम्प का शुभारम्भ
अंतरराष्ट्रीय ख्याति के कैंसर सर्जन डॉ. संजय माहेश्वरी और डॉ. रेखा माहेश्वरी ने मरीजों को दिया परामर्श, चिन्हित मरीजों की कल और परसों होगी लेजर सर्जरी
पहले दिन गुर्दा संबंधी रोगों के मरीज अधिक आए, नमक, अचार और पापड़ के सेवन से परहेज करने की सलाह दी चिकित्सक ने
हर महीने के आखिरी सप्ताह में आयोजित होगा इस तरह का निशुल्क कैम्प
गोरखपुर। आरोग्यधाम बालापार स्थित गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के महायोगी गोरखनाथ चिकित्सालय में 28 अगस्त तक आयोजित तीन दिवसीय निशुल्क वृहद लेजर सर्जरी कैम्प का सोमवार को शुभारम्भ हुआ। कैम्प में अंतरराष्ट्रीय ख्याति के कैंसर सर्जन और लैप्रोस्कोपिक एवं किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. संजय माहेश्वरी तथा सीनियर सर्जन (पेट, आंत, गाल ब्लेडर, पाइल्स और कैंसर रोग विशेषज्ञ) डॉ. रेखा माहेश्वरी ने मरीजों को देखा और उन्हें जरुरी परामर्श दिया। कैंप में पहले दिन करीब 65 मरीजों को परामर्श दिया गया। सर्जरी के लिए चिन्हित मरीजों की 27 और 28 अगस्त को निशुल्क लेजर सर्जरी की जाएगी जबकि परामर्श का दौर भी इन दो दिनों में जारी रहेगा।
बिरला ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के डायरेक्टर और अपने चालीस वर्ष की प्रैक्टिस में 3 लाख 80 हजार सर्जरी कर चुके डॉ संजय माहेश्वरी ने बताया की इस कैम्प के जरिये पूर्वांचल में पहली बार बिना चिर फाड़, बिना बेहोश के लोकल एनेस्थीसिया द्वारा लेजर सर्जरी से पेट,आंत, लीवर, गाल ब्लेडर, पाइल्स और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के निशुल्क इलाज की सुविधा मिल रही है। सामान्यतः लेजर सर्जरी में लाखों का खर्च आता है जबकि यहां सब कुछ मुफ्त हो रहा है। यह गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की तरफ से एक शानदार पहल है। इस तरह का निशुल्क कैम्प यहां हर महीने के आखिरी सप्ताह में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा की नई प्रविधि से लेजर सर्जरी में मरीजों को बहुत तकलीफ नहीं होगी और आधे घंटे का ही समय लगेगा।
डॉ. माहेश्वरी ने मरीजों को परामर्श देने के साथ ही उन्हें बिमारियों से बचाव के प्रति जागरूक भी किया। उन्होंने कहा कि हर बीमारी के प्रारंभिक लक्षण हमारे शरीर से खुद ही मिलती है। स्थिति तब गंभीर होती है जब हम शुरुआती लक्षणों की अनदेखी करते हैं। डॉ. संजय माहेश्वरी ने कहा कि पूर्वांचल में कैंसर, किडनी और गाल ब्लेडर के स्टोन तथा लिवर की बिमारियों की एक बड़ी वजह मिलावटी खाद्य तेलों का उपभोग है। कैंप में पहले दिन गुर्दा संबंधी बिमारियों से ग्रसित मरीज अधिक आए। ऐसे मरीजों को डॉ. माहेश्वरी ने समझाया की वे नमक, अचार और पापड़ के सेवन से परहेज करें।
कैंप में पुरुष मरीजों को डॉ संजय माहेश्वरी ने तथा महिला मरीजों को सर्जरी के क्षेत्र में ग्लोबल पहचान रखने वाली डॉ. रेखा माहेश्वरी ने परामर्श दिए। इस अवसर पर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी, कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव और हॉस्पिटल डायरेक्टर कर्नल डॉ. राजेश बहल ने डॉ. माहेश्वरी का स्वागत किया।
Post Comment